Unbiased Movie Review of PATAAKHA : एक ख़ूबसूरत emotional फ़िल्म

Unbiased Movie Review of PATAAKHA
Director: Vishal Bhardwarj
Star-Cast: Sanya Malhotra, Radhika Madaan, Vijay Raaj, Sunil Grover
Movie Review by RAVINDRA GAUTAM
Star Rating: 3.5 stars

आज बॉक्स ऑफ़िस पर vishal Bhardwaj निर्देशित Patakha release हुई है जो एक Comedy Drama है, Rangoon के बाद ये Vishal Bhardwaj की अगली फ़िल्म है । पटाखा चरण सिंह पाठक लिखित लघु कथा दो बहनो पर आधारित फ़िल्म है, इसका screenplay लिखा है vishal भारद्वाज ने और मुख्य भूमिका में हैं Sanya Malhotra as गेंदा उर्फ़ छुटकी, Radhika Madan as चम्पा उर्फ़ बढ़की । इस फ़िल्म की पूरी कहानी पूरा crux इसके ट्रेलर से ही आप भाँप सकते हैं । दो बहने गेंदा और चम्पा जिन्हें आपस में लड़ता हुआ एक दूसरे की कट्टर दुश्मन दिखाया गया और वो बहने जब एक दूसरे से अलग होती हैं तो एक की आँखों की रोशनी चली जाती है तो दूसरे की आवाज़ चली जाती है, इन्हीं बहनों का screen पर बेपनाह प्यार भी दिखाया गया है और ये सब देखने के लिये आपको पटाखा देखनी चाहिये क्यूँकि मैं फ़िल्म की कहानी नहीं सुनाता review करता हूँ postmortem करता हूँ, आइये देखते हैं फ़िल्म को मेरी नज़र से फ़िल्म का screenplay बहुत ही धाँसू तरह से लिखा है vishal Bhardwaj ने, बहुत ही ख़ूबसूरती से रिश्तों को screen पर उकेरा है और उतनी ही ख़ूबसूरती से विशाल भारद्वाज ने फ़िल्म का निर्देशन किया है, एक एक शॉट एक एक सीन एक एक dialogue पे विशाल ने बहुत बारीकी से मेहनत की, कुल मिलाकर ज़बरदस्त निर्देशन कहा जा सकता है, हालाँकि second half में कुछ scenes unnecessarily drag हुए हैं, जिसकी वजह से ‘कुछ’ जगह पर दर्शकों पर फ़िल्म की पकड़ ढीली पड़ती है, अब हम बात करते हैं performance की, Sanya Malhotra की performance आप सब दंगल में Babita के रूप में देख ही चुके हैं, और sanya ने पटाखा में भी छुटकी की यानी गेंदा की बहुत शानदार भूमिका निभायी है, राधिका मदान ने पटाखा से डेब्यू कर रही है और उनकी भूमिका भी बहुत ही बेहतरीन है इस में, उनका फ़्यूचर शानदार दिखता है, vijay राज एक बेहतरीन कलाकार हैं और इस फ़िल्म में उन्होंने एक single parent की, एक पिता की बहुत ही उमदा भूमिका निभायी है, top of the ice sunil Grover ne बहुत ही बेहतरीन अदाकारी की है, उनकी अदाकारी इस फ़िल्म में देखने के बाद मेरे मन me कोई संशय नहीं बचा है की Comedy Night with Kapil से vishal Grover के बाहर जाने se क्यूँ बंद हो गया, film की cinematography भी बहुत बेहतरीन है, फ़िल्म में गाँव को बहुत ही ख़ूबसूरती के साथ shoot किया गया है, फ़िल्म का background score फ़िल्म के गाने भी झकास है, overall पटाखा एक ख़ूबसूरत emotional फ़िल्म है, लगभग हर कसौटी पर खरी उतरती है, इसे मेरी rating है 3.5 out of 5

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